10 अक्टूबर 2024, भिंड: किसानों को दी एनपीके उर्वरक का उपयोग करने की सलाह – एनपीके उर्वरक फसलों के उचित पोषण का काम करता है। इस उर्वरक में नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं पोटास जैसे प्रमुख तत्व होते हैं। इसलिए किसानों को अपनी रबी की फसलों में एनपीके उर्वरक का उपयोग करना चाहिए। उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग श्री आरएस शर्मा ने यह सलाह जिले के किसानों को दी है।
श्री शर्मा ने बताया कि फसलों के उचित पोषण के लिए नाइट्रोजन, फास्फोरस एवं पोटास जैसे तीनों प्रमुख तत्व जरूरी हैं। दलहन एवं तिलहन फसलों के पोषण में सल्फर की भी जरूरत होती है, जो सिंगल सुपर फास्फेट व ट्रिपल फास्फेट उर्वरक से एक साथ प्राप्त होते हैं। फसलों के उचित पोषण में एनपीके उर्वरक संतुलन प्रदान कर पौधों के सर्वांगीण विकास में सहायक है। डीएपी उर्वरक में केवल दो तत्व नाइट्रोजन एवं फास्फोरस ही पौधों को प्राप्त होते हैं। फसलों की अच्छी वृद्धि और अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिए किसानों से एनपीके 20:20:0, 20:20:0:13 व 12:32:16 एवं ट्रिपल सुपर फास्फेट (टीएसपी 48 प्रतिशत) जैसे उपयोगी एवं महत्वपूर्ण उर्वरकों का अधिक से अधिक उपयोग करने की अपील की गई है।
श्री शर्मा ने साथ ही यह सलाह भी दी है कि वैज्ञानिक अनुशंसा अनुसार ही भूमि में रासायनिक उर्वरकों का उपयोग करें ज्यादा उर्वरक से भूमि को नुकसान होता है जैविक खाद गोबर खाद का उपयोग भी भूमि के लिए बहुत ही उपयोगी है इससे भूमि में जीवाश्म की वृद्धि होती है। रासायनिक उर्वरकों की दर यूरिया 266.5, डीएपी 1350, Npk 12:32:16 रुपये 1470, Npk 16:16:16 रुपये 1250, Aps 20:20:0:13 रुपये 1200 किसान उर्वरक की रसीद की मांग अवश्य करें।
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