‘तुमने 25 लाख का लेनदेन किया, घरवालों को मत बताना, नहीं तो…’ मेरठ में कारोबारी के बेटे को Digital Arrest कर ठगी का प्रयास

‘तुमने 25 लाख का लेनदेन किया, घरवालों को मत बताना, नहीं तो…’ मेरठ में कारोबारी के बेटे को Digital Arrest कर ठगी का प्रयास

टेक्नोलॉजी

यूपी के मेरठ में साइबर ठगों ने दवा कारोबारी के बेटे को डिजिटल अरेस्ट कर उससे रुपये ऐंठने का प्रयास किया. ठगों ने कारोबारी के बेटे को अवैध तरीके से 25 लाख रुपये के लेनदेन का डर दिखाया, धमकाया और कमरे में कैद (डिजिटल अरेस्ट) करने की कोशिश की. गनीमत रही कि समय रहते परिजनों को इसकी भनक लग गई और वे ठगी का शिकार होने से बच गए. फिलहाल, पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस से की है. वहीं, पुलिस मामला दर्ज जांच-पड़ताल में जुट गई है. 

दरअसल, मेरठ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के विजयनगर निवासी संजय कुमार जैन दवा कारोबारी हैं. उनकी खैर नगर में संजय मेडिकल एजेंसी है. संजय जैन ने सोमवार को मेरठ के एसएसपी को एक प्रार्थना पत्र देकर बताया कि 19 अक्टूबर को वह अपनी मेडिकल एजेंसी पर थे और उनका बेटा सत्यम घर पर था. इसी दौरान सत्यम के मोबाइल पर सुबह 10:45 बजे एक कॉल आया.

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बकौल संजय जैन- कॉल करने वाले ने अपने आप को मुंबई क्राइम ब्रांच का ऑफिसर बताया. उसने सत्यम से कहा कि उसके नाम से बैंक में एक खाता है जिससे अवैध तरीके से करीब 25 लाख रुपये का लेनदेन हुआ है और मनी लांड्रिंग की गई है. उस फर्जी ऑफिसर ने सत्यम को डरा धमका कर घर के कमरे में कैद कर दिया और कहा कि वह ना तो बाहर जाए और परिजनों को बताए. नहीं तो एक्शन ले लिया जाएगा. उन्होंने सत्यम को पूरी तरीके से हिप्नोटाइज कर दिया.  

अपने साथ हो रही इस घटना से सत्यम घबरा गया. वह डर के मारे कमरे में कैद हो गया. हालांकि, कुछ देर बाद उसने फोन कट कर दिया और पैरेंट्स को पूरी बात बताई. जिसके बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ. फोन करने वाले ने सत्यम से कहा कि उसके नाम वारंट जारी हुआ है. वो वर्ली पुलिस स्टेशन से बात कर रहे हैं. इसी बीच ठगों ने सत्यम की आधार कार्ड की फोटो भी ले ली. 

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सीओ क्राइम एसपी सिंह ने बताया कि मेरठ के विजयनगर निवासी संजय कुमार जैन के द्वारा सोमवार को एसएसपी महोदय को एक कंप्लेंट दी गई कि 19 तारीख को उनके बेटे के पास एक वीडियो कॉल आई. जिसमें एक आदमी ने अपने आपको मुंबई पुलिस का बताते हुए बेटे के आधार कार्ड की फोटो कॉपी अपलोड कराई और कहा कि उसके खाते से गैरकानूनी ट्रांजैक्शन हुआ है. मनी लॉन्ड्रिंग का केस बनता है और उसके खिलाफ वारंट है. लेकिन बेटे के द्वारा परिजनों से बात करने पर मालूम हुआ कि उनके द्वारा कोई लेनदेन नहीं हुआ है. जिसके बाद फोन कट कर दिया गया और ठगी होने से बच गई. 

फिलहाल, अब पुलिस उस नंबर की जांच कर रही है जिससे कॉल आई थी. पुलिस का कहना है कि शीघ्र इस घटना का खुलासा किया जाएगा. टीमें जांच-पड़ताल में जुटी हुई हैं. 


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