बहराइच हिंसा में अब तक 31 गिरफ्तार, जांच के बीच मुख्य आरोपी के घर बुलडोजर चलाने की तैयारी?

बहराइच हिंसा में अब तक 31 गिरफ्तार, जांच के बीच मुख्य आरोपी के घर बुलडोजर चलाने की तैयारी?

टेक्नोलॉजी

उत्तर प्रदेश के बहराइच में 13-14 अक्टूबर को विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद शुक्रवार को 26 और लोगों को जेल भेज दिया गया है. वहीं, इससे पहले पुलिस ने पांच आरोपियों अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, तालीम और अफजल को सीजेएम प्रतिभा चौधरी के जजेज कालोनी स्थित आवास पर पेश किया. जहां से सीजेएम ने आरोपियों को 14 दिनों की रिमांड पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया. बता दें कि अब तक कुल 31 लोगों को जेल भेजा गया है.

बहराइच हिंसा में जिन 26 लोगों को जेल भेजा गया है उनका नाम इस प्रकार है. 1. असलम का बेटा अलताफ, 2. अंसार अहमद का बेटा अनवर हुसैन 3. जहिद का बेटा तालिब 4. रमजान का बेटा नफीस 5. आमीन का बेटा नौसाद 6. मुनऊ का बेटा सलाम बाबू 7. दानिश का बेटा गुलाम यश 8. मो० तुफैल का बेटा अनवार अशरत 9. मो० अली का बेटा मो० एहशान 10. मो० शफी का बेटा मो0 अली 11. नजीर अहमद का बेटा दोस्त मोहम्मद 12. अब्दुल शाहिद का बेटा मो0 जाहिद और 13. गुलाम सैय्यद का बेटा शुद आलम का नाम शामिल है.

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इसके अलवा 14. मो० नसीम का बेटा मो0 इमरान 15. मो० नसीम का बेटा जिशान अदिल 16. तलीफ का बेटा रिजवान 17. लतीफ का बेटा फुलकान 18. लतीफ का बेटा इमरान 19. अयुब का बेटा समसुद्दीन 20. अनवर का बेटा इमरान 21. भग्गन का बेटा मेराज 22. पीर आमीर का बेटा आमीर 23. गुलाम का बेटा शाहजादे 24. मो० नसीम का बेटा मो0 मौसीन 25. मो० शमीम का बेटा शहजादे और 26. मो० शमीम का बेटा सलमान का नाम भी शामिल है. सभी आरेपी महराजगंज के रहने वाले हैं.

PWD ने चस्पा किया नोटिस

बता दें कि बहराइच हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद सहित 23 लोगों के घरों पर पीडब्ल्यूडी ने नोटिस लगा दिया है. विभाग की तरफ से सरकारी रास्ते पर अतिक्रमणकर मकान बनाए जाने की नोटिस चस्पा की गई है. 3 दिन में ग्रामीण सड़क के मध्य से 60 फीट की दूरी पर बनाए गए निर्माण को हटाने के लिए नोटिस लगाई गई है.

नोटस में कहा गया है कि उपरोक्त विषय के सम्बन्ध में सूचित करना है कि कुण्डासर महसी नानपारा मार्ग प्रमुख जिला मार्ग की श्रेणी का मार्ग है. विभागीय मानक के अनुसार प्रमुख जिला मार्ग पर रूरल एरिया में मार्ग के मध्य बिन्दु से 60 फुट की दूरी के अंदर बिना विभागीय अनुमति के कोई भी निर्माण कराया जाना अवैध निर्माण की श्रेणी में आता है.

अतः आपको नोटिस के माध्यम से सूचित किया जाता है कि यदि आपने यह निर्माण जिलाधिकारी महोदय, बहराइच या पूर्व विभागीय अनुमति से किया गया है तो उसकी मूल प्रति तत्काल उपलब्ध करायें व उक्त अवैध निर्माण तीन दिवस के अंदर स्वयं हटा लें. अन्यथा की दशा में अवैध निर्माण पुलिस एवं प्रशासन के सहयोग से हटवाने की कार्यवाही की जायेगी. कार्यवाही में किये गये व्यय को राजस्व के माध्यम से आपसे ही वसूला जायेगा. 

13-14 अक्टूबर को हुई थी हिंसा

यूपी के बहराइच में 13-14 अक्टूबर को विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद शुक्रवार को पुलिस ने पांच आरोपियों अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, तालीम व अफजल को सीजेएम प्रतिभा चौधरी के जजेज कालोनी स्थित आवास पर पेश किया. जहां से सीजेएम ने आरोपियों को 14 दिनों की रिमांड पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया.वहीं, हिंसा के पांचवें दिन शहर में शांति वापस लौटती दिखाई पड़ रही है. शहर कोतवाली के मुख्य बाजार घंटाघर पर हिंसा के बाद जुमे की पहली नमाज के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. हर चौक चौराहों पर पुलिस की कड़ी पहरेदारी थी. शहर की सभी प्रमुख मस्जिदों पर मुस्लिम समाज के लोगों ने शांतिपूर्ण तरह से नमाज अदा की. इस दौरान डीएम मोनिका रानी, एसपी वृंदा शुक्ला सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, सिटी पुलिस क्षेत्राधिकारी रमेश पांडेय लगातार शहर भर में भ्रमण करते रहे.

हिंसा में राम गोपाल मिश्रा की हो गई थी मौत

13 अक्टूबर की शाम हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज बाजार में विसर्जन जुलूस में मामूली कहासुनी के बाद दुर्गा प्रतिमा पर पथराव व धार्मिक झंडा उतारने से उपजे विवाद में गोली चलने से युवक रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी. जिसमें पुलिस ने गुरुवार को पांच मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. जिनमें सरफराज व तालीम के नानपारा कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत नानपारा रूपईडीहा हाइवे पर बड़ी नहर के पास पुलिस से हुई मुठभेड़ में पैरों में गोली लग गई थी. उन्हें बहराइच मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था. वहीं अन्य तीन आरोपियों अब्दुल हमीद, फहीम व अफजल को पुलिस हिरासत में रखा गया था. जबकि शुक्रवार को पुलिस रिमांड पेशी के बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है.

सरफराज की बहन ने कुबूल किया है कि भाई ने चलाई थी गोली

बहराइच हिंसा मामले में एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद सरफराज की बहन रुखसार ने कुबूल किया है कि उसके भाई ने गोली चलाई थी, जिसमें रामगोपाल मिश्रा की मौत हुई. रुखसार का कहना है कि सैकड़ों की भीड़ दरवाजे पर थी, सरफराज ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी, अनजाने में गोली रामगोपाल को लग गई. किसी को मारना जस्टिफाई नहीं किया जा सकता है पर अनहोनी हो गई. सरफराज ने जो किया अपने बचाव में किया, उसका इरादा हत्या का नहीं था.

बता दें कि बहराइच के थाना हरदी क्षेत्र के रेहुआ मंसूर गांव निवासी रामगोपाल मिश्रा बीते रविवार की शाम करीब 6 बजे दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए निकले जुलूस में शामिल था. ये जुलूस जब महराजगंज बाजार में समुदाय विशेष के मोहल्ले से गुजर रहा था तो दो पक्षों में कहासुनी हो गई. आरोप है कि इस दौरान छतों से पत्थर फेंके जाने लगे, जिससे विसर्जन में भगदड़ मच गई. इस बीच रामगोपाल को एक घर की छत पर गोली मार दी गई, जिससे उसकी मौत हो गई. ये छत अब्दुल हमीद की थी. सरफराज अब्दुल हमीद का बेटा है और रुखसार बेटी.
 


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