Foreign Exchange Reserves: लगातार तीसरे हफ्ते विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की बिकवाली के चलते भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में गिरावट देखने को मिला है. 18 अक्टूबर 2024 को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.163 बिलियन डॉलर की गिरावट के साथ 688.267 बिलियन डॉलर पर आ गया है जो इसके पहले हफ्ते में 690 बिलियन डॉलर रहा था.
बैंकिंग सेक्टर के रेगुलेटर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने विदेशी मुद्रा भंडार का डेटा जारी किया है. इस डेटा के मुताबिक 18 अक्टूबर को खथ्म हुए सप्ताह में फॉरेक्स रिजर्व 2.163 बिलियन डॉलर की कमी के साथ 688.267 बिलियन डॉलर रहा है. विदेशी करेंसी एसेट्स में भी गिरावट देखने को मिली है और ये 3.885 बिलियन डॉलर घटकर 598.23 बिलियन डॉलर रहा है. विदेशी करेंसी एसेट्स 600 बिलियन डॉलर के नीचे आ चुका है.
आरबीआई के गोल्ड रिजर्व (RBI Gold Reserve) के मुताबिक इस अवधि में गोल्ड रिजर्व में जोरदार उछाल देखने को मिला है. आरबीआई गोल्ड रिजर्व 1.786 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 67.44 बिलियन डॉलर रहा है. एसडीआर 68 मिलियन डॉलर घटकर 18.27 बिलियन डॉलर और आईएमएफ के रिजर्व 16 मिलियन डॉलर की कमी के साथ 4.31 बिलियन डॉलर पर आ गया है. अक्टूबर के पहले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 700 बिलियन डॉलर के पार जा पहुंचा था. लेकिन उसके बाद से उसमें लगातार गिरावट देखने को मिली है. तीन हफ्तों में फॉरेक्स रिजर्व में 16 बिलियन डॉलर से ज्यादा की कमी आ चुकी है.
भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली का नतीजा है कि करेंसी मार्केट में एक डॉलर के मुकाबले रुपये 84.08 के लेवल पर क्लोज हुआ है. अक्टूबर महीने में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर्स बेचकर अपने पैसे निकाले हैं जिसके चलते एक तरफ शेयर बाजार में गिरावट देखी जा रही है तो इसका असर विदेशी मुद्रा भंडार पर भी पड़ा है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक भारतीय बाजार से पैसा निकालकर चीन में निवेश कर रहे हैं.
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