RBI के लेटेस्ट फैसलों से क्या होगा असर प्रॉपर्टी खरीदने और बेचने वालों पर ? मांग बढ़ेगी या गिरेगी!
नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने अपनी बैठक में दो अहम फैसले किए, जिनका सीधा असर रियल एस्टेट बाजार पर पड़ने वाला है. जहां एक ओर इन फैसलों से आर्थिक माहौल को मजबूती मिलेगी, वहीं दूसरी ओर रियल एस्टेट एक्सपर्ट बोल रहे हैं कि इससे बाजार को बल मिलेगा.आरबीआई गवर्नर शशिकांत दास ने शुक्रवार को ऐलान किया कि रेपो रेट 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रहेगा.
इसके अलावा कैश रिजर्व रेशियो (CRR) को 50 बेसिस प्वाइंट्स कम किया गया. गौड़ ग्रुप के CMD और CREDAI National के चेयरमैन, मनोज गौड़ ने कहा कि हम आरबीआई के रेपो रेट को स्थिर रखने के फैसले की सराहना करते हैं. अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 6.21% तक बढ़ गई, जो एक साल में पहली बार RBI के लक्ष्य सीमा से ऊपर गई. ऐसे में MPC का रेपो रेट पर स्थिरता बनाए रखने का फैसला स्वागत योग्य है. जो अंततः रियल एस्टेट सेक्टर के लिए भी फायदेमंद साबित होगा. क्रीवा और कनोडिया ग्रुप के फाउंडर, डॉ. गौतम कनोडिया का कहना है कि रियल एस्टेट सेक्टर में अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि देखने को मिल रही है,
जो घरों की बढ़ती मांग से सपोर्ट हो रही है. इसलिए, आरबीआई का यह निर्णय बेहद सकारात्मक और बाजार को सपोर्ट देने वाला है. CR Ratio कम होने से भी रियल एस्टेट डेवलपर्स और उपभोक्ता सभी को फायदा होगा.
नई उंचाइयों तक पहुंचेगा रियल एस्टेट बाजार!
काउंटी ग्रुप के निदेशक अमित मोदी ने कहा, “आरबीआई द्वारा रेपो रेट को स्थिर रखने के फैसले से रियल एस्टेट सेक्टर अपनी नई उंचाइयों तक पहुंचने में मदद मिलेगी. कुछ मुद्रास्फीति संबंधी चिंताओं के बावजूद, यह कदम भारत की मजबूत वृद्धि और पुनर्जीवित अर्थव्यवस्था को दर्शाता है. ट्राइसोल रेड के एमडी पवन शर्मा का कहना है कि RBI का दृढ़ दृष्टिकोण वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. यह सुसंगत नीति मुद्रास्फीति के दबाव को कम करने में मदद करती है.
भारतीय अर्थव्यवस्था का बेहतर प्रदर्शन जारी
Raheja Developers के वाइस प्रेसिडेंट (सेल्स) मोहित कालिया का कहना है कि आरबीआई का रेपो रेट को 6.5% पर स्थिर रखना एक बार फिर से सेक्टर के लिए सराहनीय कदम है. यह स्थिरता महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल उपभोक्ताओं की खरीद क्षमता को प्रभावित करती है बल्कि सेक्टर की ग्रोथ पर भी असर डालती है. तिरस्या एस्टेट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर रविंद्र गांधी ने कहा, RBI का निर्णय घर खरीदारों और डेवलपर्स दोनों के लिए लाभकारी होगा.
खरीदार और डेवलपर्स दोनों का फायदा
बेसाइड कॉर्पोरेशन की डायरेक्टर कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन्स, अंबिका सक्सेना ने कहा कि आरबीआई का रेपो रेट को 6.5% पर स्थिर रखना रियल एस्टेट के लिए अच्छा कदम है. इससे कर्ज की लागत स्थिर रहेगी, जिससे घर खरीदारों और डेवलपर्स दोनों को फायदा होगा. Ascon Infra Realtor के एमडी नीरज शर्मा ने कहा कि आरबीआई का रेपो रेट स्थिर रखना उधारी के खर्च को आसान और समझने लायक बनाता है, जो वित्तीय स्थिरता और बाजार के भरोसे के लिए जरूरी है.
रियल एस्टेट और उपभोक्ताओं की तरक्की होनी तय
360 रियल्टर्स के डायरेक्टर, संजीव अरोड़ा का कहना है रियल एस्टेट सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है, खासकर मिड-रेंज, प्रीमियम और लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट में बढ़ती दिलचस्पी के साथ. यह सकारात्मक कदम सेक्टर की इस बढ़त को बनाए रखने में मदद करेगा और सभी संबंधित पक्षों को फायदा पहुंचाएगा. लैंडमार्क ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन, संदीप छिल्लर का कहना है कि मौजूदा रेपो रेट में कटौती से उन लोगों को बड़ा प्रोत्साहन मिलता, जो कम EMI की उम्मीद में लोन लेने की योजना बना रहे हैं. हाउसिंग सेगमेंट में शहरों में शानदार वृद्धि हो रही है, खासकर लग्ज़री हाउसिंग सेगमेंट में.
आर्थिक विकास का संतुलन
ग्रुप 108 के एमडी, संचित भूटानी का कहना है कि एसडीएफ और एमएसएफ दरों को जैसे का तैसा बनाए रखना बाजार की स्थिरता को मजबूत करता है, जबकि वित्तीय वर्ष 2025 के लिए 4.5% महंगाई का अनुमान केंद्रीय बैंक के अच्छे नजरिए को दिखाता है. CRC ग्रुप के डायरेक्टर,मार्केटिंग एंड बिजनेस मैनेजमेंट, सलिल कुमार का कहना है कि रेजिडेंशियल और कमर्शियल सेगमेंट में बढ़ती मांग के साथ, यह फैसला खरीदारों को बिना बढ़ती लोन ब्याज दरों की चिंता किए प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेगा.
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